ज्ञानवापी में फिर से सर्वे की मांग, 4 सितंबर को होगी सुनवाई
अरे भइया, फिर से ज्ञानवापी का मामला तूल पकड़ रहा है। गुरुवार को सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्टट्रैक प्रशांत बाबू की अदालत में वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी ने अपनी पूरी दलीलें रख दीं। अब अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के वकील मुमताज अहमद और एखलाक अहमद भी मैदान में उतर आए और कहने लगे, “अरे भइया, एएसआई की रिपोर्ट पहले से ही आ गई है, अब काहे का फिर से सर्वे?”
ये मामला 1991 का है, जब स्वयंभू विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग की ओर से मुकदमा ठोका गया था, जिसमें पूजा-पाठ करने और नया मंदिर बनाने की मांग की गई थी। अब हमारे वाद मित्र रस्तोगी जी ने 7 फरवरी 2024 को फिर से एएसआई से सर्वे कराने की अर्जी डाली थी।
अब देखो, अदालत ने कहा है कि 4 सितंबर को फिर से सुनवाई होगी। तब तक थोड़ी सबुरी रखो, देखो का हुकुमनामा जारी होता है। तब तक चाय-पान करो और खबर का लुत्फ उठाओ!