सप्तसागर दवा मंडी में बवाल: शॉर्ट सर्किट से जले कंप्यूटर-एसी, विक्रेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर
अरे बाप रे! वाराणसी के सप्तसागर दवा मंडी में शनिवार को एकदम गजबे कांड हो गया। बिजली के शॉर्ट सर्किट का मामला हुआ और दवा की दुकानों में रखे कंप्यूटर, प्रिंटर, पंखा, एसी वगैरह सब तवे पर रखे रोटी की तरह जलकर खाक हो गए। दवा वालों का पारा हाई हो गया और सारा गुस्सा बिजली विभाग के कर्मचारियों पर फूट पड़ा।
जेई साहब संजय कुमार को जब बुलावा आया तो बेचारे मौके पर पहुंचे, लेकिन दवा विक्रेताओं ने उन्हें तुरंत बंधक बना लिया। तीन घंटे तक जेई साहब पसीना पोंछते रहे, लेकिन जब उन्होंने कागज पर लिखकर यह मान लिया कि गलती हमारे कर्मचारियों की थी, तभी जाकर विक्रेताओं ने उन्हें रिहा किया।
मामला इतना गरम हो गया कि मुख्य अभियंता तक को दखल देना पड़ा और उन्होंने अधीक्षण अभियंता को जांच का जिम्मा सौंप दिया। अब देखिए, सप्तसागर दवा मंडी में 600 से ऊपर दुकानें हैं और हर रोज हजारों व्यापारी यहां आते-जाते हैं।
हुआ यूं कि शनिवार की दोपहर में बिजली के तार जोड़ने आए कर्मचारियों ने ऐसा बेजोड़ काम किया कि अर्थ में फेस का तार जोड़ दिया। बस फिर क्या, आग लगी और दुकान में रखे एसी, कंप्यूटर, प्रिंटर, पंखा सब जलकर राख हो गए।
दवा विक्रेता समिति के महामंत्री संजय सिंह समेत कई और पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। विक्रेताओं का गुस्सा इतना बढ़ गया कि जेई साहब की बोलती बंद हो गई। पहले तो माने नहीं, लेकिन जब विक्रेताओं ने घेर लिया, तब जाकर कागज पर लिखकर गलती मान ली। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
इस हंगामे के दौरान धर्मेंद्र अग्रवाल, त्रिलोकी यादव, अशोक सिंह, अनिल शाह, अतुल जैन, अनूप जायसवाल समेत कई दुकानदार मौजूद रहे।